बलरामपुर: समग्र शिक्षा द्वारा राष्ट्रीय आविष्कार अभियान अंतर्गत विज्ञान शिक्षण को प्रोत्साहित करने एवं प्रयोगों के माध्यम से अवधारणाओं को स्पष्ट करने हेतु एलिमेंट्री स्तर के विद्यार्थियों के लिए कबाड़ से जुगाड़ एवं बच्चों में शिक्षा के प्रति रूची जागृत करने के उद्देश्य से पढ़ई तुंहर दुआर 2.0 के अंतर्गत उच्च प्राथमिक हाई एवं हायर सेकेण्डरी का वर्चुवल कार्यक्रम आयोजन कर जिला स्तर पर चयनित छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।
इस कार्यशाला का जिला स्तरीय आयोजन कलेक्टर एवं जिला मिशन संचालक कुन्दन कुमार के निर्देश पर समग्र शिक्षा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी के.एल. महिलांगे ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के उद्देश्य बच्चों में विज्ञान एवं गणित के लिए उत्सुकता एवं सृजनात्मता की भावना को समावेश करता है। जिला मिशन समन्वयक रामप्रकाश जायसवाल ने पढ़ई तुंहर दुआर 2.0 एवं कबाड़ से जुगाड़ कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा किये प्रदर्शन को सराहते हुए बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम में विधायक प्रतिनिधि विनोद तिवारी ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय आविष्कार अभियान एवं पढ़ई तुंहर दुआर 2.0 के द्वारा बच्चों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देते हुए शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों के द्वारा स्वरचित हस्तपुस्तिका निर्माण एक महत्वपूर्ण शिक्षा की कड़ी है। जिससे बच्चों में सोचने समझने की क्षमता का विकास होता है। कबाड़ से जुगाड़ एवं पढ़ई तुंहर दुआर 2.0 कार्याक्रम की संक्षिप्त जानकारी सहायक परियोजना समन्वयक आनन्द प्रकाश गुप्ता के द्वारा दिया गया। डी.पी.ओ. ओम प्रकाश गुप्ता, ए.डी.पी.ओ. मनोहर जायसवाल, ए.पी.सी. बसंत सिंह, ए.पी.सी. विनोद पटेल, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी जयगोविन्द तिवारी, ए.बी.ई.ओ. सुनील गुप्ता एवं व्याख्याता कश्यप एवं शिक्षक शिक्षकाओं की उपस्थिति में कबाड़ से जुगाड़ एवं पढ़ई तुंहर दुआर 2.0 के अंतर्गत प्रत्येक विधा के लिए क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान सहित कुल 32 छात्र छात्राओं को बैग, कम्पास, लन्च बॉक्स, पानी बोटल प्रमाण पत्र के साथ सम्मानित किया गया।