बलरामपुर; जिले में ’’संपूर्णता अभियान’’ अन्तर्गत नीति आयोग द्वारा चयनित आकांक्षी ब्लॉक योजना के तहत् विकासखण्ड शंकरगढ़ के ग्राम पंचायत डीपाडीहखुर्द में शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का आयोजन शासन द्वारा संचालित विभिन्न शासकीय योजनाओं और सेवाओं का लाभ ग्रामीणों को प्रदान करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। शिविर में जनपद पंचायत शंकरगढ़ के अध्यक्ष शिव शंकर मरावी, विधायक प्रतिनिधि मुकेश कश्यप, डीपाडीह खुर्द ग्राम पंचायत के सरपंच, जनपद पंचायत शंकरगढ़ के सीईओ संजय दुबे सहित क्षेत्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, अधिकारी-कर्मचारी व बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित हुए।
शिविर का शुभारंभ जनपद पंचायत अध्यक्ष शिव शंकर मरावी द्वारा किया गया। इस दौरान उन्होंने बाल विवाह की रोकथाम के लिए ग्रामीणों को शपथ दिलाई। उन्होंने बाल विवाह के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए सभी से इसे रोकने के लिए जागरूकता फैलाने की अपील की। शिविर में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने ग्रामवासियों से उनकी समस्याओं के बारे में सीधा संवाद किया और उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। इस आयोजन के माध्यम से ग्रामवासियों को न केवल आवश्यक दस्तावेज और सेवाएं प्राप्त हुईं, बल्कि सरकारी योजनाओं के प्रति उनकी जागरूकता भी बढ़ी। शिविर में विभिन्न योजनाओं और सेवाओं के लिए आवेदन स्वीकार किए गए। शिविर में 43 लोगों के आधार कार्ड, 25 आयुष्मान कार्ड, 3 किसान सम्मान निधि योजना, 1 किसान क्रेडिट कार्ड, 2 पीएम मातृ वंदना योजना, और 10 राशन कार्ड के आवेदन प्राप्त हुए। इन योजनाओं के माध्यम से ग्रामीणों को सरकारी सुविधाओं का लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी। स्वास्थ्य सेवाओं के तहत 75 लोगों की सिकल सेल जांच भी की गई। सिकल सेल एनीमिया के बारे में जानकारी देते हुए ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. आफताब अंसारी ने बताया कि इस बीमारी के लिए समय पर जांच और उपचार आवश्यक है, और इसके प्रति जागरूक रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
ज्ञातव्य है कि आकांक्षी विकासखण्ड, वे विकासखण्ड हैं जो पिछड़े व सामाजिक आर्थिक संकेतकों से प्रभावित हैं। ऐसे क्षेत्रों के विकास के लिए नीति आयोग द्वारा 04 जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक 03 महीने का ‘‘संपूर्णता अभियान‘‘ आरंभ किया गया है, जिसका उद्देश्य देश भर के आकांक्षी जिलों और आकांक्षी ब्लॉकों में 06 प्रमुख संकेतकों की परिपूर्णता अर्जित करने के लिए निरंतर प्रयास करना है। इस ‘‘सम्पूर्णता अभियान‘‘ के तहत देश के सभी आकांक्षी ब्लॉकों में 06 चिन्हित केपीआई पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके अंतर्गत पहली त्रैमासिक अवधि के दौरान प्रसव पूर्व देखभाल (एएनसी) के लिए पंजीकृत गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत, ब्लॉक में लक्षित जनसंख्या के मुकाबले मधुमेह की जांच कराने वाले व्यक्तियों का प्रतिशत, ब्लॉक में लक्षित जनसंख्या के मुकाबले उच्च रक्तचाप के लिए जांचे गए व्यक्तियों का प्रतिशत, आईसीडीएस कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित रूप से पूरक पोषण लेने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत, मृदा नमूना संग्रहण लक्ष्य के मुकाबले सृजित मृदा स्वास्थ्य कार्डों का प्रतिशत तथा ब्लॉक में कुल स्व-सहायता समूहों का प्रतिशत शामिल है।