रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन द्वारा दूरस्थ अंचल के बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए स्कूल, आश्रम, छात्रावास, छात्रवृत्ति सहित बेहतर माहोल के साथ दी जा रही शिक्षा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशा अनुसार विगत 5 वर्षों में बस्तर, रायपुर सरगुजा, बिलासपुर, दुर्ग संभाग की अनेक संस्थाओं का आदर्श छात्रावास के रूप में उन्नयन किया गया है। ताकि बच्चों को बेहतर वातावरण में शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके बस्तर संभाग के 7 जिला में प्रत्येक जिलों में 10 छात्रवास,आश्रम तथा जिला गरियाबंद एवं धमतरी में 5–5 छात्रवास,आश्रम शालाओं का उन्नयन हेतु 80 संस्थाओं के लिए 25 लाख प्रति भवन के मान से बजट जारी कर संस्थाओं को आदर्श संस्था के रूप में विकसित किया गया है।
इसी प्रकार सरगुजा संभाग के 4 जिलों सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर एवं कोरिया जिले में 10 छात्रवास आश्रम एवं जशपुर जिले में 12 छात्रवास आश्रम कुल 52 संस्थाओं को तथा कोरबा जिले में 12 गौरेला-पेंड्रा-मरवाही 6 इस प्रकार कुल 70 संस्थाओं को आदर्श के रुप में उन्नयन किया गया है। छत्तीसगढ़ शासन ने वित्तीय वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में प्रदेश के कुल 16 जिलों के 150 छात्रवास आश्रम शाला भवनों के आदर्श रूप में उन्नयन के लिए 3750.00 लाख की स्वीकृति विभाग द्वारा की गई है। कार्यों को पूरा कर लिया गया है।
छत्तीसगढ़ शासन ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में जिला मुंगेली, बलौदा बाजार एवं बेमेतरा में 5–5 जिला दुर्ग रायगढ़ एवं रायपुर के 10–10 तथा जिला बालौद, बिलासपुर, जांजगीर चांपा, महासमुंद, कबीरधाम, एवं राजनांदगांव की 8–8 संस्थाओं कुल 93 छात्रवास आश्रम शाला भवनों को आदर्श संस्था में उन्नयन किए जाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।कुल 2325.00 लाख की स्वीकृति विभाग द्वारा की गई है। और कार्यों को भी पूरा करा लिया गया है। वित्तीय वर्ष 2023–24 में राज्य के समस्त जिलों में 1243 छात्रवास आश्रम में अनुरक्षण अंतर्गत 500 संस्थाओं में गोबर पेंट का कार्य लिया गया। जिसमें राशि रुपए 1796.00 लाख का बजट का प्रावधान किया गया है। साथ ही प्रदेश के 44 नवीन एकलव्य आर्दश विघालयों में छात्रों की आवासीय सुविधा हेतु 86 छात्रवास आश्रमों में प्री-फेब्रिकेटेड शयन कक्ष एवं शौचालय निर्माण हेतु राशि 2765.76 लाख का बजट का प्रावधान किया गया है।