आजकल लोगों में यूरिक एसिड की परेशानी आम होने लगी है। यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने पर मरीजों को कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखने के लिए खानपान और लाइफस्टाइल का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से जोड़ों में दर्द, सूजन और बैठने-उठने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखने के लिए आपको सबसे पहले अपने खान-पान को ठीक करने की जरूरत है। आयुर्वेद के मुताबिक यूरिक एसिड में खट्टी चीज़ों का सेवन नहीं करना चाहिए। लेकिन सभी के ज़हन में एक सवाल रहता है कि क्या यूरिक एसिड में दही का सेवन किया जा सकता है या नहीं?
दही में अधिक मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन पाया जाता है, जो एक हेल्दी शरीर के लिए बहुत ही जरूरी हैं। इसमें लैक्टोज, आयरन और फास्फोरस भी पाया जाता है, जो इसे सुपर फूड की कैटेगरी में ले जाता है। दही को कैल्शियम का अच्छा सोर्स माना जाता है। कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। लेकिन इतने फायदे होने के बाद भी यूरिक एसिड में इसका सेवन करने से बचें।
आयुर्वेद के मुताबिक दही स्वाद में खट्टी होती है। इसका सेवन करने से यूरिक एसिड वाले मरीज़ों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। दही में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है जो यूरिक एसिड वाले लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकती है। इसलिए इसका सेवन न ही करें तो अच्छा है।