अम्बिकापुर: राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पोस्टर प्रदर्शनी से हुई। प्रदर्शनी में विविध क्षेत्रों में महिलाओं की सशक्त उपस्थिति को दर्शाने वाले लगभग 150 पोस्टरों को प्रदर्शित किया गया।महविद्यालय के विद्यार्थियों व प्राध्यापकों द्वारा प्रदर्शनी के अवलोकन के पश्चात चर्चा सत्र का आयोजन किया गया।
इस सत्र की शुरुआत करते हुए आमंत्रित वक्ता मुकेश उपस्थित विद्यार्थियों से पुछा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस क्यों मनाया जाता है ? बी.ए. प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी सुनील कुमार ने इस प्रश्न का बहुत खूबसूरती से उत्तर देते हुए 125 साल पहले न्यूयार्क में हुए श्रमिक महिलाओं के आन्दोलन को याद किया तथा क्लारा जेटकिन के योगदान पर प्रकाश डाला। चर्चा को आगे बढ़ाते हुए वक्ता मुकेश ने इस आन्दोलन की तीन प्रमुख मांगों, काम के घंटे निश्चित किये जाने, मताधिकार और कार्यस्थल पर गरिमापूर्ण व्यवहार सुनिश्चित किये जाने की मांग को रेखांकित किया।
सेशन को इंटरैक्टिव बनाते हुए उन्होंने विद्यार्थियों से प्रदर्शित पोस्टरों पर अपनी राय व्यक्त करने को कहाएम।यह कार्यक्रम का सबसे स्वतः स्फूर्त सेशन रहा जिसमें छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया, कुछ बच्चियों को इन पोस्टरों में अपने संघर्ष की झलक दिखी ।एम. ए.तृतीय सेमेस्टर की छात्रा आराधना ने कहा कि पोस्टरों को देखकर महसूस हुआ कि इनमें प्रदर्शित महिलाओं का संघर्ष बहुत बड़ा था, इनके मुकाबले हमारा संघर्ष बहुत कम है ।इन्हें देखकर हम प्रेरणा और उर्जा से भर गए हैं । एम.एस.सी. की कई छात्राओं ने अपने अनुभव और प्रेरणा को साझा किया। उनकी आँखों में झिलमिलाते सपनों को सहज ही देखा जा सकता था।
अगला सत्र था क्विज़ का इस सत्र में विद्यार्थियों से महिलाओं से जुड़े सवाल किये गए।विद्यार्थियों द्वारा जवाब मिलने के बाद सम्बंधित विषय पर विस्तृत चर्चा की गई। कार्यक्रम के अंत में तीन छोटी-छोटी वीडियो क्लिप दिखाई गई जिसमें बहुत सहज तरीके से भाषा के लैंगिक पूर्वाग्रह और परिवार में लड़की और लड़के के पालन-पोषण में होने वाले विभेद को दिखाया गया था।वीडियो क्लिप समाप्त होने के बाद प्राध्यापक हों चाहे विद्यार्थी सब एक मौन से घिर गए जैसे वे अपने पिछले जीवन को नई दृष्टि से देख रहे हों।कार्यक्रम को संभव बनाने में अजीम प्रेम फाउंडेशन के राजेश, आलोक और आरती तथा महाविद्यालय की महिला प्रकोष्ठ समन्वयक सरोज तिर्की सहित आभा जायसवाल, संगीता पाण्डेय, रजनी सारथी व शम्पू तिर्की का विशेष योगदान रहा।
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व प्राचार्य डॉ. रशीदा परवेज उपस्थित रहीं उन्होंने अपने गरिमामय संबोधन से विद्यार्थियों को बेहतर नागरिक बनने की शिक्षा दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. रमेश जायसवाल ने तथा सञ्चालन डॉ. कामिनी ने किया।इस अवसर पर IQAC प्रभारी डॉ. अनिल सिन्हा, डॉ. एस.एन. पाण्डेय सहित महविद्यालय के अन्य प्राध्यापक गण व सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।