बलरामपुर: शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर तथा अशासकीय बाल गृह में वीर बाल दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विदित है कि शासन ने 26 दिसम्बर को गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्रों के सर्वाेच्च बलिदान और साहस की स्मृति में वीर बाल दिवस मनाया के रूप में निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य युवाओं और किशोरों, देश वासियों, महिलाओं में राष्ट्र निर्माण के लिए योगदान एवं मूल्यों को स्थापित करना और सुदृढ़ बनाना है।


महाविद्याय के प्राचार्य एन. के. देवांगन की अध्यक्षता में वीर बाल दिवस कार्यक्रम आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ, राष्ट्रीय सेवा योजना, राष्ट्रीय कैडेट कोर एवं हिन्दी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में मनाया गया। प्राचार्य श्री देवांगन ने साहिबजादांे के जीवनी की कहानी और बलिदान का विवरण देते हुए अनुकरणीय साहस, पराक्रम और देश के प्रति लगाव उत्पन्न करने पर जोर दिया। महाविद्यालय के शिक्षक मंजीत चौबे एवं सत्यम गुप्ता ने अपने-अपने उद्बोधन में वीर बाल दिवस पर सारगर्भित जानकारी प्रदान की। वीर बाल दिवस के अवसर पर महाविद्यालय में भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें शालिनी सिंह, सुशील मानिकपुरी, पूजा शर्मा, विवेकपुरी, कुमारी अल्फा, वर्षा रानी कुजूर, शबाना खातून एवं अन्य छात्र-छात्राओं ने भाषण प्रतियोगिता में भाग लेकर अपने-अपने विचार अभिव्यक्त किये। इसी कड़ी में महिला बाल विकास विभाग के मार्गदर्शन में अशासकीय बाल गृह में वीर बाल दिवस के अवसर परे बहादुरी के विषय पर चित्रकला, पठन (सस्वर पाठ), गायन, कविता और निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में विजयी होने वाले प्रतिभागीयों को पुरूस्कार वितरण भी किया गया।

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