हत्यारों को फांसी देने की मांग की, जय श्री राम के लगाए नारे…बस स्टेंड चौराहे पर किया धरना प्रदर्शन
दंतेवाड़ा: कर्नाटक के शिवमोगा में बीते हुए बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्षा की हत्या कुछ इस्लामिल कटटरपंथियों द्वारा कर दी गई थी जिसके बाद से देश भर में कट्टरपंथियों के खिलाफ हिन्दु संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। देश भर में विहिप बजरंगल दल के कार्यकर्ता शहर शहर धरना प्रदर्शन कर हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। हर्षा की हत्या का देश भर में जमकर विरोध भी हो रहा है। इसी तारतय में आज 23 फरवरी दिन बुधवार को दंतेवाड़ा जिला मुयालय के बस स्टेंड चौराहे पर विहिप बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कट्टरपंथियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर जेहादियों का पुतला दहन किया। पुतला को जलाने से बचाने का प्रयास पुलिस की ओर से किया गया लेकिन बजरंग दल के कार्यकर्ता पुतला जलाकर कटटरपंथियों को ये कड़ा संदेश देने में कामयाब रहे कि इस देश में रहना है तो देश के संविधान को मानना होगा। पुतला दहन बजरंग दल के विभाग सह संयोजक संतोष साहू एवं ओम सोनी ने कहा कि जिस तरह से कर्नाटक में हमारे एक 23 साल के युवा कार्यकर्ता हर्षा की हत्या कुछ जेहादी कट्टरपथियों ने खुलेआम चाकू मारकर कर दी है ये घटना कोई मामुली घटना नहीं। अब वक्त आ गया है हिन्दुस्थान के करोड़ों हिन्दुओं को जेहादियों के खिलाफ खलुकर लड़ाई लडऩे का। इस देश को गजवा ए हिन्द बनाने का सपना हम कभी पूरा नहीं होने देंगे। विहिप बजरंगल दल की मांग है कि सरकार दोषियों को केवल सजा नहीं दें बल्कि उन सबको फांसी मुकर्रर करे जिन्होने हर्षा की हत्या की है। फांसी से कम हम कोई सजा बर्दाश्त नहीं करने वाले। जेहादी सुन लें ये देश हमारे आराध्य श्रीराम और श्रीकृष्ण का है। भगत सिंह, शिवाजी, चंद्रशेखर व महाराणा प्रताप जैसे वीर योद्धाओं का देश है ये। कोई पाकिस्तान नहीं। इस्लामिक कटटरपंथी सोच को हम कुचलने की क्षमता रखते हैं। विहिप बजरंग दल घटना का पुरजोर विरोध करती है और जब तक हत्यारों को फांसी की सजा नहीं हो जाती हम चैन से नहीं बैठेंगे और जेहादियों के खिलाफ हमारा आंदोलन निरंतर आगे भी चलता रहेगा। धरना प्रदर्शन व पुतला दहन कार्यक्रम में भाजपा मंडल अध्यक्ष श्रवण कडती, नगर पालिका अध्यक्ष पायल गुप्ता, बजरंग दल के जिला संयोजक वीरेंद्र वर्मा, विहिप जिला मंत्री संतोष चौहान, कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रकांत क्षत्रीय, विभाग सह संयोजक संतोष साहू, ओम सोनी, विमल सिंह, प्रमोद सिंह, आरत मोहन्ती, नितिन साहू, लालू झाडे, विशाल साहू, ज्ञानेंद्र सिंह ठाकुर, रतिराम भास्कर, जयलाल पुजारी, लखन ठाकुर, महेंद्र ठाकुर, श्रीराम यादव, रूपी वासुदेवा, महेश, विमल जैन, शिवम, श्याम ठाकुर, विशाल ठाकुर, अंकुर भदौरिया समेत कई अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे।