बलरामपुर: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, संचालक अनुसंधान सेवाएं डॉ. विवेक कुमार त्रिपाठी, डॉ. बी.पी. कतलम, तकनीकी अधिकारी कुलपति, डॉ. विकास सिंह ठाकुर, प्रभारी एआईसीआरपी अरहर के द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र बलरामपुर जाबर का भ्रमण किया। इस दौरान सीसी रोड, इम्प्लीमेंट कम व्हीकल शेड, फैन पैड पाली हाउस एवं कड़कनाथ हेचरी यूनिट, सीड ग्रेडर यूनिट, दुग्ध प्रसंस्करण इकाई, थ्रेसिंग फ्लोर का लोकार्पण कर कृषि विज्ञान केन्द्र प्रक्षेत्र में बीज उत्पादन, गाय पालन, बटेर पालन एवं कुक्कुट पालन इकाई का अवलोकन किया।

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने शकरकंद बीज उत्पादन की सराहना करते हुए, बताया कि संतरा और शकरकंद में बीटा कैरोटिन की उपलब्धता अधिक होती है, जिसका उपयोग बच्चों में रतौंधी के रोकथाम के लिए किया जा सकता है। संतरा और शकरकंद के किस्म को जिले में बढ़ावा देने के निर्देशित किया साथ ही साथ कृषि विज्ञान केन्द्र में तैयार किये जा रहे फलदार पौधों में तीन किस्मों की ग्राफ्टिंग करने का सुझाव दिया, जिससे एक वृक्ष में तीन अलग-अलग किस्मों के फल प्राप्त किये जा सकेंगे। प्रक्षेत्र में बीज उत्पादन के साथ-साथ फलदार पौधों का उत्पादन कृषकों के मांग अनुरूप बढ़ाने एवं दलहन, तिलहन फसलों का उत्पादन बढ़ाने और विभिन्न कृषकों के नवाचार को प्रोत्साहित एवं मार्केट प्रदान कराने के निर्देश दिये, जिससे कृषकों के आय में वृद्धि की जा सके। कृषकों को प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण एवं बीज का वितरण किया गया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर में फलदार पौधे कटहल का रोपण भी किया गया।

इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र बलरामपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ.व्ही.एन. गौतम,अनिल सोनपाकर, पी. आर. पैकरा, डॉ. जी.के. निगम, आरती कुजूर, अनूप कुमार पाल, प्रक्षेत्र प्रबंधक उपस्थित रहे।

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