बलरामपुर/रायपुर। छत्तीसगढ़ के विधानसभा सामरी से कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज को लेकर बड़ी खबर है। विधायक चिंतामणि कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम सकते हैं चिंतामणि महाराज श्रीकोट में मौजूद हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय हेलीकॉप्टर से कुसमी पहुंचे थे। विधानसभा सामरी से टिकट कटने से चिंतामणि महाराज नाराज हैं। कांग्रेस ने सामरी से विजय पैकरा को प्रत्याशी बनाया है। चिंतामणि महाराज ने पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय से विधानसभा अंबिकापुर सीट से भाजपा से टिकट की मांग की है। वही भाजपा ने चिंतामणि महाराज को सरगुज़ा से लोकसभा चुनाव के लिए टिकट देने की बात कही।

चिंतामणि महाराज अंबिकापुर सीट से टिकट की शर्त रखी है अगर भाजपा चिंतामणि महाराज को अंबिकापुर सीट से टिकट देती है तो भाजपा में शामिल हो जाएंगे।
आपको बता दें विधानसभा सामरी के चारों ब्लाक अध्यक्ष व कांग्रेस जिलाध्यक्ष भी चिंतामणी महाराज से नाराज थे। पूरा संगठन यहां टीएस. सिंहदेव का कट्टर समर्थक है। संगठन और सिंहदेव की नाराजगी ही चिंतामणी के टिकट कटने का कारण बनीं। चिंतामणी महाराज को लेने के लिए हेलीकाप्टर से पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल व विष्णुदेव साय पहुंचे थे। विष्णुदेव साय सहित अन्य नेताओं के साथ श्रीकोट गए थे, जहां चिंतामणी महाराज का आश्रम है। वहां से बृजमोहन अग्रवाल व विष्णुदेव साय जशपुर के लिए रवाना हुए।
2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का 15 साल का वनवास खत्म हुआ था। कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत के साथ राज्य में जीत हासिल की थी और रमन सिंह का लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री बनने का सपना टूट गया था। राज्य की अंबिकापुर सीट से कांग्रेस के टीएस. बाबा ने 39624 वोटों से जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के उम्मीदवार को 100439 वोट, वहीं बीजेपी के अनुराग सिंह देव को 60815 वोट मिले थे। छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े शहरों में से एक अंबिकापुर विधानसभा चुनाव के लिहाज से काफी अहम सीट मानी जाती है। अंबिकापुर सीट से चिंतामणि महाराज भाजपा से टिकट की मांग की है।

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