अंबिकापुर: सरगुजा संभाग  में हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। दरअसल  सूरजपुर जिले में इन दिनों  प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम पेंडारी और टूकु डांड इलाके में जंगली हाथियों ने गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। गर्मी बढ़ने के साथ ही जंगलों में चारा और पानी की कमी के कारण हाथी अब रिहायशी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं।

जंगलों में आग लगने की घटनाओं से हाथियों का निवास क्षेत्र भी प्रभावित हुआ है, जिसके चलते वे लगातार गांवों की ओर बढ़ रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार, रातभर हाथियों ने खेतों में जमकर उत्पात मचाया और कई एकड़ में लगी फसल को रौंद डाला।हालात पर काबू पाने के लिए हाथी मित्र दल के सदस्य लगातार रातभर निगरानी कर रहे हैं, लेकिन अभी भी खतरा बना हुआ है। प्रतापपुर क्षेत्र में यह समस्या पिछले कई महीनों से बनी हुई है, जिससे ग्रामीणों में डर और चिंता का माहौल है।वन विभाग की ओर से हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने और नुकसान का आंकलन करने की कोशिशें जारी हैं।

आपको बता दे रहे कि  सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम धरोहरा में हाथियों के हमले से 45 वर्षीय शिवनाथ पिता सुखराम  की मौत हो गई थी। पांच अप्रैल की  रात करीब 12 बजे की  जब शिवनाथ अपने घर के बाहर खड़ा था और अचानक हाथियों के दल ने उसे कुचल दिया।  जिससे उसकी मौत हो गई थी।

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