रायपुर: छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टी.एस.सिंहदेव ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। टी.एस.बाबा ने बताया कि सरकार ने बेहतर काम किया है। मौजूदा स्थिति में प्रदेश में कांग्रेस से लोगों में नाराजगी कम है। लेकिन विधायकों की स्थिति थोड़ी अलग है। डिप्टी सीएम सिंहदेव ने साफ किया कि कांग्रेस ने समन्वय के साथ संतुलन बनाकर बेहतर प्रदर्शन किया तो सरगुजा संभाग में 11 सीटे आ सकती है। इसके लिए सिंहदेव सर्वे भी करा रहे हैं। डिप्टी सीएम सिंहदेव के इस बयान के बाद एक बात तो यह हैं कि कई सिटिंग विधायकों की स्थिति काफी कमजोर है, जिनका टिकट कटना भी अब लगभग तय माना जा रहा हैं।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दलों ने प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया को तेज कर दिया हैं। वहीं दूसरी तरफ क्षेत्रीय जनता के साथ ही पार्टी में सिटिंग एमएलए को लेकर नाराजगी और शिकायतों का दौर भी जारी है। ऐसे में प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के साथ विपक्ष में बैठी बीजेपी उम्मीदवारों के नाम को लेकर मंथन करने में जुटे हुए हैं। सरगुजा संभाग में 14 सीट जीतने वाली कांग्रेस इस बार दोबारा सभी सीटों पर जीत को लेकर ज्यादा आश्वस्त नजर नही आ रही हैं। डिप्टी सीएम टी.एस.सिंहदेव ने साफ किया कि कुछ विधानसभाओं में प्रत्याशी बदले जाने की मांग उठ रही है। वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
लेकिन मौजूदा वक्त मे कांग्रेस की पांच वर्ष पूर्व की स्थिति नहीं है। टी.एस. सिंहदेव ने पहले ही कुछ प्रत्याशी बदले जाने के संकेत दे चुके हैं। मीडिया से बातचीत में डिप्टी सीएम सिंहदेव ने कहा कि पूरे प्रदेश में सामान्य अच्छा वातावरण है। लोगों में कांग्रेस से नाखुशी नहीं दिखती। कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस पार्टी के काम को लोग स्वीकार कर रहे हैं। थोड़ा कमी-बेसी रहता है। लेकिन संतोषप्रद नंबर मिल रहे हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि मैं भी सर्वे करा रहा हूं। सर्वे में जो भी आंकड़े आ रहे हैं, वे इसी बात को दर्शा रहे हैं कि उम्मीद्वारों की स्थिति एक अलग है और कांग्रेस पार्टी की स्थिति अलग है। उसका सामंजस्य होगा, तो परिणाम अच्छे आएंगे। सरगुजा संभाग की 14 विधानसभा सीटों को लेकर डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि यहां संतुलन बैठ गया तो कम से कम 11 सीटें तक आ सकती हैं।स्थिति बहुत ज्यादा खराब हुआ और सब गड़बड़ रहा तो कम से कम 5-6 सीटें कांग्रेस की आएंगी। खराब में भी स्थिति आधी-आधी की रहेगी।