रायपुर. छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदला हुआ है. आज गौरेला, पेंड्रा, मरवाही, खैरागढ़ समेत कई जिलों में आंधी-बारिश के साथ जमकर ओले भी गिरे हैं. बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से गेंहू, सब्जी और आम की पैदावार प्रभावित होने की संभावना है. ओले से पक्षियों की भी मौत हुई है. बारिश के चलते लोगों को ⁠गर्मी से राहत जरूर मिली है, लेकिन बेमौसम बरसात से किसानों की दिक्कतें बढ़ गई है.



जीपीएम जिले में सोमवार की दोपहर अचानक मौसम बदला और तेज आंधी के साथ झमाझम बारिश हुई. जमकर ओला भी वृष्टि हुई. दानीकुंडी, मड़वाही, धरहर, ऐंठी सहित कई गांवों में इतनी अधिक ओलावृष्टि हुई कि चारों ओर जमीन की सतह बर्फ से ढक गई है. इससे पहले रविवार की शाम को भी काफी बारिश हुई थी, जिससे जन जीवन पर भी प्रभाव पड़ा था और काफी देर तक बिजली गुल होने की समस्या भी लोगों को उठानी पड़ी।.


उल्लेखनीय है कि मौसम विभाग ने बारिश और ओला वृष्टि का पूर्वानुमान पहले ही बताकर अलर्ट जारी कर दिया था. कई इलाकों में जमकर हुए ओला वृष्टि के कारण खेत में खड़े गेंहू की फसल और सब्जी को नुकसान होने के साथ ही मुनगा और आम की पैदावार पर काफी प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि ओला की मार से मुनगा के फूल और आम के बौर झड़ गए. अचानक ओला वृष्टि से बड़ी संख्या में पक्षियों की भी मौत हो गई है. वहीं तेज हवा के कारण बिजली की समस्या भी देखने को मिली.

ग्राम मडवाही निवासी अनिल साहू और ग्राम ऐंठी के शिक्षक नरेन्द्र कुमार ने बताया कि दोपहर को बारिश के साथ जमकर ओला वृष्टि हुई. ओला इतना ज्यादा गिरा कि चारों ओर बर्फ ही बर्फ नजर आ रहे थे. इस प्राकृतिक आपदा से ग्रामीणों को काफी नुकसान पहुंचा है. बारिश और ओला वृष्टि के चलते तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है.

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