बलरामपुर: स्वास्थ्य विभाग की चिरायु योजना जन्मजात हृदय रोग जनित बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है। कलेक्टर विजय दयाराम के. के मार्गदर्शन में जिले में चिरायु योजनांतर्गत गंभीर हृदय रोग से ग्रसित 24 बच्चों का इलाज किया गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि चिरायु कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों का निःशुल्क इलाज बड़े-बड़े अस्पतालों में किया जा रहा है। विकासखण्ड वाड्रफनगर के ग्राम सावित्रीपुर निवासी राफेल कुजूर की 3 वर्षीय पुत्री अक्षिता कुजुर का सफल इलाज चिरायु योजनांतर्गत रायपुर के सत्य साईं अस्पताल में किया गया। उन्होंने बताया कि बच्चों में दिल के ऑपरेशन का खर्च किसी निजी चिकित्सालय संस्थान में लगभग 04 लाख का खर्चा आता है, परन्तु कुमारी अक्षिता कुजूर के केस में चिरायु योजनांतर्गत उसका इलाज निःशुल्क करवाया गया। अक्षिता कुजूर के पिता पेशे से किसान हैं और उन्होंने बताया कि अक्षिता की तबीयत हमेशा खराब रहती थी, आंगनबाड़ी में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पहुंची थी, चिरायु टीम के डॉ. धनंजय गुप्ता ने परीक्षण कर बताया कि अक्षिता को हृदय रोग की समस्या है तत्पश्चात बच्ची को चिन्हांकित कर विकासखण्ड वाड्रफनगर से कुल 9 बच्चों को इलाज हेतु रायपुर भेजा गया, जिसमें पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अक्षिता कुजुर व ग्राम गिरवानी के करिश्मा इलाज करवाकर वापस अपने घर आ गई है, शेष बच्चों का इलाज सत्य साईं अस्पताल में जारी है। चिरायु दल द्वारा इलाज पश्चात वापस आये बच्चों का लगातार उनका फॉलोअप भी किया जा रहा है।