अंबिकापुर: देश के जिम्मेदार नागरिक के रुप में अपनी जिम्मेदारी निभाने हेतु लोकसभा निर्वाचन में वोट डालने के लिए मतदान शुरू होने के साथ ही सुबह 07 बजे से मतदान केंद्रों में लोग पहुंचने लगे। लोकतंत्र इस पर्व का हिस्सा बनने महिला, युवा, बुजुर्ग, दिव्यांग, थर्ड जेंडर सभी वर्ग मतदाताओं में जोश और उत्साह देखने मिला। निर्वाचन के दिन मतदान केन्द्रों में त्योहार की तरह रौनक दिखी। लोग अपने परिवार, पड़ोसियों, दोस्तों के साथ खुशी-खुशी मतदान केन्द्र तक आते दिखे। पीवीटीजी समुदाय के मतदाताओं ने भी बढ़-चढ़कर कर इस पर्व में हिस्सा लिया। मतदान

पहली बार वोट देने वाले एवं युवा मतदाताओं में दिखा अभूतपूर्व उत्साह-

वोट डालकर लोकतंत्र का हिस्सा बनने युवाओं में अलग ही जोश देखने मिला।लाइन में खड़े पहली बार वोट करने वाले युवाओं ने बेसब्री के साथ अपनी बारी का इंतेज़ार किया और वोट डालकर अपना कर्तव्य निभाकर अनुभव साझा किया।
फर्स्ट टाइम वोटर इशिका ने मतदान केंद्र 73, मल्टीपर्पज स्कूल में अपना पहला वोट डाला। इशिका ने मतदान केंद्र व्यवस्था की सराहना की और कहा कि हमें वोटिंग का अधिकार दिया गया जिससे हम अपने प्रतिनिधि को चुन सकते हैं। वहीं बालक प्राथमिक शाला बतौली मतदान केंद्र क्रमांक 43 में वोट डालने आए बीएससी प्रथम वर्ष में अध्ययनरत श्रेयांश गुप्ता एवं 12वीं के छात्र सारांश गुप्ता ने पहली बार वोट डाला। उंगली पर लगी नीली स्याही दिखाते हुए दोनों ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि आज हमने फर्स्ट टाइम वोट डाला है और ये अनुभव बहुत अच्छा रहा। मतदान केंद्र की व्यवस्था के विषय में बताते हुए कहा कि यहां की व्यवस्था अच्छी है, ज़्यादा देर लाइन में नहीं लगना पड़ा। यहां हमारे लिए सेल्फी बूथ भी बना हुआ है।

18 वर्ष की युवा मतदाता दीपिका सोनी ने बताया कि मैने विधानसभा निर्वाचन में पहली बार वोट डाला था, आज यहां लोकसभा निर्वाचन में दूसरी बार वोट डालने का मौका मिला है। यहां व्यवस्था बहुत अच्छी है, फ़ोटो लेने के लिए सेल्फी बुथ बना हुआ है मैंने भी वोट डालकर सेल्फी ली है।

वरिष्ठ मतदाताओं ने भी पूरे जोश के साथ किया मतदान-

वोट देने ठनगनपारा मतदान केंद्र पहुंचे 73 वर्षीय लक्ष्मीचंद केडिया वरिष्ठ नागरिक मतदाता ने मतदान कर लोकतंत्र के महापर्व पर अपनी सहभागिता निभाई।मतदान केंद्रों की व्यवस्था पर संतोष जताया। गर्व से मतदान की नीली स्याही दिखाते 87 वर्षीय छेदीलाल गुप्ता, जिन्होंने मतदान केंद्र क्रमांक 58 नगर पालिका निगम स्कूल में मतदान किया है। इस उम्र में मतदान को लेकर इनका उत्साह देखने लायक है।85 वर्ष की वरिष्ठ मतदाता श्रीमती कुंती देवी ने भी मतदान कर लोकतंत्र को मजबूत बनाया।

सास-बहू और बेटी, देवरानी-जेठानी पहुंची वोट देने-

लोकतंत्र के इस पर्व में हिस्सा लेने तीन पीढ़ी सास सुमित्रा, बहु सावित्री और बेटी शीतल पहुंची और मतदान किया। ऐसा ही उत्साह बतौली के एक परिवार में ऐसा दिखा कि परिवार की सभी महिलाएं एक साथ वोट देने मतदान केंद्र पहुंची। श्री राम परिवार की सास-बहू, देवरानी-जेठानी सभी ने बालक प्राथमिक शाला बतौली मतदान केंद्र क्रमांक 43 में वोट डालकर लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लिया। परिवार की एक सदस्य ने बताया कि आज हम सब यहां वोट देने आए हैं हमारे साथ हमारे बच्चे भी उन्होंने भी वोट दिया। हमें बहुत खुशी है कि हम सब ने भी एक साथ मतदान किया है मतदान केंद्र की व्यवस्था भी बहुत अच्छी है।

थर्ड जेंडर समुदाय ने भी किया अपने मताधिकार का प्रयोग-

सरगुजा जिले के थर्ड जेंडर समुदाय ने भी मतदान कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जिला स्वीप आइकॉन थर्ड जेंडर तमन्ना जायसवाल ने मतदान कर मतदाताओं को मतदान करने प्रेरित किया।

नवविवाहित जोड़ा पहुंचा वोट देने-

विकासखंड लखनपुर के ग्राम पंचायत भरतपुर के नवविवाहित जोड़े रामेश्वर राजवाड़े एवं  गणेश्वरी राजवाड़े ने मतदान केंद्र पहुंचकर मतदान क़िया।

मतदान केंद्रों में ये रहीं व्यवस्थाएं-

मतदाताओं की सुविधा के लिए सभी मतदान केंद्रों में आवश्यकता व्यवस्थाएं की गई थीं।गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए पेयजल, शरबत, शेड आदि की व्यवस्था की गई थी। वहीं मेडिकल सुविधा के लिए, ओआरएस कॉर्नर बनाया गया तथा मेडिकल टीम की ड्यूटी भी लगाई गई, जिसमें मतदाताओं को बीपी जांच के साथ आवश्यक दवाइयां दी गईं। वोट डालने आए बुजुर्ग, दिव्यांग एवं गर्भवती महिलाओं को मतदान हेतु प्राथमिकता दी गई। वहीं आदर्श मतदान केंद्रों में की गई विशेष साज-सज्जा आकर्षण का केंद्र बने रहे। केन्द्रों में बनाए गए सेल्फी जोन में मतदाताओं ने फ़ोटो लेकर वोट डालने की अपनी खुशी जाहिर की।

बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं का स्काउट-गाईड के बच्चों ने मतदाता मित्र के रूप में किया सहयोग

मतदाताओं को सहयोग प्रदान करने मतदाता मित्र के रूप में एनएसएस व स्काउट गाइड के कैडेट्स ने भी मतदान केंद्रों में दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिकों तथा शारीरिक रूप से अक्षम मतदाताओं की सहायता की। व्हील चेयर, पेयजल, प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में सहयोग प्रदान किया। मतदान के दौरान ये बच्चे मतदान केंद्रों में जरूरतमंद मतदाताओं को व्हीलचेयर से केंद्र तक लाते नजर आए, बच्चों ने सेवाभावना के साथ पूरी निष्ठा के साथ मतदाताओं का  सहयोग किया। मतदाता मित्र की भूमिका पर मतदाता मित्र श्रेया और माही ने मतदान दिवस पर लोगों की मदद करने का अनुभव साझा किया। श्रेया 17 साल की हैं और माही की उम्र 16 साल हैं। लोकतंत्र के इस पर्व पर इस तरह अपनी हिस्सेदारी निभाकर वे बेहद खुश हैं।उन्होंने कहा कि 18 वर्ष का होने के बाद वे जरूर मतदान करेंगी।


दिव्यांग और वरिष्ठ मतदाताओं को मिली निःशुल्क दिव्यांग रथ एवं पीवीटीजी समुदाय को मिली मतदाता रथ की सुविधा

निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार दिव्यांग एवं वरिष्ठ मतदाताओं को मांगे जाने पर निःशुल्क परिवहन व्यवस्था दिव्यांग रथ एवं पीवीटीजी समुदाय के मतदाताओं को मतदाता रथ की सुविधा दी गई।  मांग करने पर मतदाताओं के घर ये रथ पहुंचे और उनके आवास स्थल से मतदान केन्द्र तक लाने एवं मतदान पश्चात वापस उनके आवास स्थल तक छोडऩे का कार्य किया गया। इस सुविधा के माध्यम से मतदाताओं ने उत्साहपूर्वक मतदान किया।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!