नई दिल्ली: उत्तर रेलवे ने दीपावली और छठ जैसे त्योहारों के समय अपने घर जाने वाले यात्रियों की भीड़ को देखते हुए बुधवार से 34 विशेष ट्रेनें शुरू की हैं। ये स्पेशल ट्रेनें 18 अक्टूबर से 11 दिसंबर के बीच 377 फेरे लगाएंगी। इनमें से 351 फेरे देश के पूर्वी हिस्से की ओर जबकि बाकी के 26 फेरे उत्तरी क्षेत्र की ओर लगाने वाली स्पेशल ट्रेन होंगी। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी ने कहा, ‘इन 34 ट्रेन के अलावा मौजूदा 69 ट्रेनों में एक्स्ट्रा कोच जोड़े जाएंगे। कुल मिलाकर, उत्तर रेलवे त्योहारी मौसम के दौरान यात्रियों की आवाजाही में वृद्धि को देखते हुए 5.5 लाख एक्स्ट्रा सीटें उपलब्ध कराएगा।’
बता दें कि ये स्पेशल ट्रेनें देश भर के प्रमुख गंतव्यों जैसे दिल्ली, नई दिल्ली, आनंद विहार, पटना, छपरा, जोगबनी, सहरसा, कोलकाता, श्री माता वैष्णो देवी कटरा, अमृतसर, जयनगर, कटिहार, गुवाहाटी, दरभंगा, गोरखपुर, वाराणसी, बरौनी, रक्सौल, मुजफ्फरपुर, गया, लखनऊ, सहारनपुर और अंबाला को जोड़ेंगी। उत्तर रेलवे ने संभावित यात्रियों को उसके सोशल मीडिया हैंडल और पूछताछ कार्यालयों से स्पेशल ट्रेन के बारे में जानकारी हासिल करने की सलाह दी है। चौधरी के मुताबिक, इस दौरान बढ़ी मांग के चलते अतिरिक्त व्यवस्था की गई है।
चौधरी ने कहा,‘मुझे लगता है कि इससे बढ़ी हुई मांगें पूरी होंगी। हम स्थिति पर नजर रखेंगे और अगर लगेगा कि और ज्यादा स्पेशल ट्रेनों की जरूरत है, तो हम उस पर भी विचार करेंगे। फिलहाल, मुझे लगता है कि यह पर्याप्त है। स्पेशल ट्रेन के परिचालन के अलावा हमने बुकिंग काउंटर पर लंबी कतारों से बचने के लिए विशेष टिकट खिड़कियां खोलने और सभी मौजूदा खिड़कियों को चालू करने का फैसला किया है।’ इन विशेष ट्रेन के समय पर यात्रा पूरा करने के बारे में सवालों पर चौधरी ने कहा कि रेलकर्मी यथासंभव आगमन और प्रस्थान के निर्धारित समय का पालन करेंगे और अन्य महत्वपूर्ण ट्रेन के कारण देरी नहीं होगी।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने कहा, ‘ये अतिरिक्त ट्रेनें हमारे लिए अन्य ट्रेन की तरह ही महत्वपूर्ण हैं और मैं स्पेशल ट्रेन से यात्रा करने की योजना बना रहे सभी यात्रियों को आश्वस्त करूंगा कि वे अपने टाइम टेबल का पालन करेंगी।’ उन्होंने कहा कि यात्रियों की भीड़ से निपटने के लिए भी व्यवस्था की जाएगी। वहीं, उत्तर रेलवे ने बुधवार को त्योहारी सीजन के दौरान यात्रा करने वाले लोगों को भीड़भाड़ और भगदड़ जैसी घटनाओं से बचने के लिए अपनी ट्रेनों के प्रस्थान से 15 से 20 मिनट पहले स्टेशनों पर पहुंचने की सलाह दी।
शोभन चौधरी ने कहा कि यदि लोग स्टेशन पर जल्दी आते हैं तो उनके इंतजार के लिए विशेष ठहरने वाले क्षेत्र निर्धारित किए जाएंगे और इससे कम जगह वाले प्लेटफार्मों पर दबाव घटाने में मदद मिलेगी। चौधरी ने कहा कि उत्तर रेलवे ने भीड़ प्रबंधन और कतारों के नियंत्रण की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि हम स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों का मार्गदर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती करेंगे।