सूरजपुर। जिले के तमोर पिंगला अभ्यारण्य रमकोला के वन क्षेत्र बोंगा में जंगली हाथी के हमले से एक चौकीदार की मौत होने के साथ ही एक वनपाल भी घायल हो गया।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार की शाम लगभग चार बजे तमोर पिंगला अभ्यारण्य रमकोला के वनपाल रामसाय राम उम्र 42 वर्ष तथा चौकीदार रामचंद्र राम पिता सुख साय उम्र 58 वर्ष दोनों मोटरसाइकिल से सेंचुरी क्षेत्र बोंगा से धौलपुर की ओर जा रहे थे। तभी अचानक बोंगा से लगभग सात किलोमीटर दूर सेंचुरी क्षेत्र के झोरो-झिंटो जंगल के रास्ते में मौजूद हाकु नाला के पास अचानक उनका सामना जंगल में विचरण कर रहे 27 हाथियों के दल से हो गया। अचानक हाथियों के दल को अपने सामने खड़ा देखकर दोनों मोटरसाइकिल से उतरकर एक दूसरे की विपरीत दिशा में भागने लगे जिसमें वनपाल तो भागने में कामयाब हो गए पर चौकीदार रामचंद्र की किस्मत इतनी अच्छी नहीं थी वह भाग नहीं सका और दल के एक हाथी ने उसे अपनी सूंड़ में लपेटकर जमीन पर पटकते हुए पैरों से कुचल दिया। जिसके कारण उसका शरीर क्षत-विक्षत हो गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इधर हाथियों के दल से बचकर निकलने में कामयाब हुए वनपाल रामसाय राम कई जगहों पर गिरते पड़ते घायल अवस्था में शाम सात बजे के आसपास बोंगा पहुंचे और घटना की सूचना तमोर पिंगला अभ्यारण्य रमकोला (सेंचुरी क्षेत्र) के अधिकारियों को दी। सेंचुरी क्षेत्र के डिप्टी रेंजर अजय सोनी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पहले तो घायल वनपाल को उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, फिर तत्काल चौकीदार की तलाश करने रात में ही एक टीम बनाई गई। जिसमें सेंचुरी स्टाफ के साथ ही वन परिक्षेत्र घुई के स्टाफ, बोंगा के सरपंच राजकुमार नेटी, ग्रामीण व चौकीदार के स्वजनों को शामिल कर हाकु नाला पहुंचे तो बारीकी से खोजबीन करने पर हाकु नाला से लगभग 15 मीटर की दूरी पर चौकीदार का शव बरामद हुआ। टीम ने रात-भर मृतक के शव की पहरेदारी की फिर सुबह होते ही तमोर पिंगला अभ्यारण्य के अधिकारी कर्मचारी मृतक के शव को वाहन द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर लेकर पहुंचे। जहां पोस्टमार्टम पश्चात शव स्वजनों के सुपुर्द करने के साथ ही तात्कालिक सहायता राशि के रूप में पच्चीस हजार नकद प्रदान किए गए।
डिप्टी रेंजर अजय सोनी ने बताया कि मृतक की मुआवजा राशि का प्रकरण भी बनाया जा रहा है। जल्द ही मुआवजा राशि भी स्वजनों को प्रदान कर दी जाएगी।