जनप्रतिनिधि आशिका द्वारा राजपुरी नदी पर पुल बनाने की एकमात्र मांग को लेकर किया मुख्यमंत्री का ध्यानाकर्षण
कुसमी, अम्बिकेश गुप्ता। बलरामपुर जिलें से लगे जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक में ग्राम गम्हारिया और ओडका के बीच स्थित राजपुरी नदी में बरसात के समय जलभराव की वजह से ग्रामीणों को नदी पार करने की समस्या होती है। पानी का बहाव तेज होने के कारण स्कूली बच्चे नदी पार नही कर पाते और मजबूरन उन्हें घर वापस लौटना पड़ता है।
नदी में पानी भरने की यह समस्या दशकों पुरानी है। बीजेपी सरकार ने 15 साल शासन किया लेकिन पुल की तरफ़ ध्यान नही दिया। वर्तमान विधायक विनय भगत को भी समस्या से अवगत कराया गया लेकिन उनकी तरफ से भी सिर्फ आश्वासन ही मिला है। विधायक के द्वारा पुल निर्माण के बजाय बगीचा क्षेत्र में अन्य निर्माण कार्य को प्राथमिकता देने की वजह से ग्रामीणों का गुस्सा फूट रहा है।
एक मात्र सड़क मार्ग जो बगीचा मुख्यालय जाती है उस नदी में पानी भरने की वजह से ग्रामीणों की रोजमर्रा की दिनचर्या प्रभावित होती है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आदेश के बावजूद अधिकारियों की लापरवाही की वजह से पुल निर्माण से संबंधित आवश्यक कागजात आज तक पूर्ण नही हो पाए हैं। जिसकी वजह से अब तक पुल निर्माण का कार्य शुरू नही हो सका है जिससे प्रभावित होने वाले ग्रामीणों में काफी नाराज़गी देखने को मिल रही है।
2019 में जनपद सदस्य का चुनाव जीतने के बाद क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि बीडीसी आशिका कुजूर के द्वारा मुख्यमंत्री से पहली मुलाक़ात हुई उस वक्त भी पुल निर्माण की एकमात्र मांग थी। 2020 में जशपुर में हुए जन चौपाल में और 2021 के बगीचा में हुए जन चौपाल में ग्रामीणों की समस्या से लगातार अवगत कराया गया है। आशिका 2022 में जब राहुल गांधी के साथ पांच महीने भारत जोड़ो यात्रा में शामिल थी तब भी उन्होंने यह इच्छा जाहिर की थी कि इस पुल का नाम भारत जोड़ो पुल रखा जाए।