नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने बुधवार को सरकार से सवाल किया कि मणिपुर में ‘डबल इंजन’ वाली भाजपा सरकार राज्य में हिंसा के संबंध में क्या कर रही है। उन्होंने सवाल करते हुए आगे कहा, “केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने एक शांति समिति का गठन किया , इसकी कितनी बैठकें हुईं? मणिपुर के गृह विभाग ने असम राइफल्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। असम राइफल्स अमित शाह के अधीन है। कौन सी डबल इंजन सरकार काम कर रही है”?
आगे कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘मुझे पता चला है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज संसद में बोलेंगे और उनसे मेरा सवाल है- जब वह मणिपुर गोगोई ने आगे कहा,”प्रधानमंत्री को यह स्वीकार करना होगा कि उनकी डबल इंजन सरकार, मणिपुर में विफल रही है। यही कारण है कि मणिपुर में 150 लोगों की मौत हो गई, लगभग 5000 घर जला दिए गए, लगभग 60,000 लोग राहत शिविरों में हैं और लगभग 6500 एफआईआर दर्ज की गई हैं।”
दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने निचले सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर अपनी पार्टी की बहस की शुरुआत करते हुए सोनिया गांधी पर कटाक्ष किया और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधागए थे, तो एचसी के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीशों की एक समिति गठित की गई थी। समिति ने अब तक क्या काम किया है?”कांग्रेस पार्टी द्वारा मंगलवार को निचले सदन में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के बाद गोगोई ने चर्चा शुरू की थी।कांग्रेस ने कहा कि मणिपुर पर पीएम नरेंद्र मोदी के “मौन व्रत” को तोड़ने के लिए उन्हें सरकार के खिलाफ प्रस्ताव लाने के लिए मजबूर होना पड़ा।सरकार की आलोचना करते हुए गोगोई ने लोकसभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वीकार करना होगा कि मणिपुर में उनकी डबल इंजन सरकार विफल हो गई है।