भोपाल: मध्य प्रदेश में के एक अस्पताल में पांच महीने की गर्भवती महिला से खून से लथपथ अस्पताल का बेड इसलिए साफ करवाया गया, क्योंकि उसी पर उसके पति की मौत हुई। अस्पताल प्रशासन की इस शर्मनाक हरकत का वीडियो वायरल हो रहा है। हालांकि, अस्पताल की भी इस पर सफाई आई है।
दरअसल, पति की हत्या के बाद अस्पताल के बेड पर काफी खून फैला था। अब कलेक्टर हर्ष सिंह के सख्त निर्देश के बाद सीएमएचओ डॉ रमेश मरावी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गाड़ासरई बजाग के समस्त स्टाफ को नोटिस जारी किया है। जानकारी के अनुसार, गाड़ासरई थाना अंतर्गत ग्राम लालपुर में बुजुर्ग सहित उसके दो बेटों को डंडे और कुल्हाड़ी से मौत के घाट उतार दिया गया था। मृतकों के शव को गाड़ासरई अस्पताल ले जाया गया। यहां मृतक की पत्नी से अस्पताल के बेड में लगा खून साफ कराने का वीडियो सामने आया। मामले में अब चिकित्सा अधिकारी डा. चन्द्रशेखर सिंह, स्टॉफ नर्स राजकुमारी मरकाम, आया छोटी बाई ठाकुर, आशा सहयोगी ग्राम पथरकुचा विकासखण्ड बजाग मीरा को नोटिस जारी किया गया है।
बता दें कि इंटरनेट मीडिया में वायरल वीडियो के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गाडासरई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बजाग में दिवंगत की पत्नी से चिकित्सालय का बिस्तर साफ कराया जाना सामने आया है। चिकित्सालय स्टॉफ के द्वारा किया गया उक्त कृत्य अत्यंत आपत्तिजनक है।
अस्पताल ने दावा किया है कि महिला ने सबूत जुटाने के लिए कपड़े से खून पोंछने की अनुमति मांगी थी। गड़ासराय स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डॉ. चंद्रशेखर टेकाम ने कहा कि वहां स्टाफ मौजूद था और महिला को बिस्तर साफ करने के लिए नहीं कहा गया था।उन्होंने आगे कहा कि भूमि विवाद के दौरान कुछ लोगों में गोलीबारी हुई थी, दो को हमारे अस्पताल लाया गया था। मरने वाले व्यक्ति की पत्नी ने कहा कि उसे बिस्तर से खून पोंछने के लिए कपड़े की जरूरत है, ताकि वह खून बहने की मात्रा के सबूत के तौर पर इसका इस्तेमाल कर सके। महिला को किसी ने बिस्तर साफ करने के लिए नहीं कहा था और न ही उस महिला या उसके परिवार ने कोई शिकायत दी है।