डेस्क: कर्नाटक के हुबली में एक सनकी आशिक ने एकतरफा प्यार में पागल होकर एमसीए की एक छात्रा की हत्या कर दी. फिर वहां से फरार हो गया. हैरानी की बात ये थी कि उसने कॉलेज कैंपस में सरेआम इस वारदात को अंजाम दिया. दरअसल, छात्रा ने आरोपी के प्रेम प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. बस इसी के चलते सनकी आशिक ने उसे मार डाला. फिलहाल, पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.
प्यार एक ऐसा अहसास है जो अपने आप कभी भी किसी से भी हो जाता है. अगर आप प्यार करने के लिए किसी को फोर्स करते हैं तो सामने वाला इनसान आपसे प्यार तो दूर की बात, वो आपसे बात करने में भी असहज महसूस करने लगता है. लेकिन कई सिरफिरे आशिक ऐसे भी होते हैं जो इसका बदला लेने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. ऐसा ही एक मामला कर्नाटक के हुबली से सामने आया है. यहां सनकी आशिक ने एकतरफा प्यार में पागल होकर एमसीए की एक छात्रा की हत्या कर दी.
वारदात दिन दहाड़े विद्यानगर के कॉलेज कैम्पस में हुई है. इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौका-ए-वारदात पर पहुंच गई. पुलिस ने मृतक छात्रा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है. वहीं, तुरंत एक्शन लेते हुए वारदात को अंजाम देकर फरार हुए आरोपी को पुलिस ने धर दबोचा. उसे पुलिस हिरासत में पूछताछ की जा रही है. पता चला है कि आरोपी कई दिनों से लड़की का पीछा कर रहा था. उसे परेशान कर रहा था.
पुलिस के मुताबिक, हुबली की रहने वाली नेहा हिरमत कांग्रेस कॉरपोरेटर निरंजन हिरमत की बेटी थी. वो स्थानीय बीवीबी कॉलेज में एमसीए की छात्रा थी. उसी कॉलेज में बेलगावी जिले के सावदत्ती का रहने वाला फैयाज भी पढ़ता है. वो कई दिनों से नेहा का पीछा कर रहा था.
बताया जा रहा है कि आरोपी ने नेहा को प्रपोज किया था, जिसे उसने अस्वीकार कर दिया था. इससे फैयाज नाराज हो गया. उसने दिन दहाड़े कॉलेज कैम्पस के अंदर ही नेहा की गर्दन पर दोनों तरफ से चाकू मारकर हत्या कर दी. इस हत्याकांड को अंजाम देकर वो फरार हो गया.
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के बेटे बीजेपी नेता विजयेंद्र येदियुरप्पा ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है, ”एक भयावह घटना में एक कांग्रेस पार्षद की बेटी की फैयाज ने दिनदहाड़े हत्या कर दी. उसने उसके शादी के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था. कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से महिलाओं के लिए सुरक्षा की गारंटी की बात बेमानी रही है. महिलाओं के खिलाफ हमले और हत्या जैसे अपराधों की बढ़ती संख्या चिंता पैदा करने वाली हैं. सिद्धारमैया सरकार हमारी बहनों और बेटियों के लिए सुरक्षित वातावरण प्रदान करने में असफल रही है. यहां आपराधिक तत्व बढ़ रहे हैं.’