नई दिल्ली: 18वीं लोकसभा के संसद सत्र का आज दूसरा दिन है। संसद में मंगलवार दोपहर 12 बजे तक लोकसभा स्पीकर के नाम का फैसला हो जाएगा। इतना तो तय है कि स्पीकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) से ही होगा, क्योंकि NDA के सहयोगी दल साफ कर चुके हैं कि बीजेपी जिसे भी नॉमिनेट करेगी। एनडीए के सहयोगी दल उसका समर्थन करेंगे। 18वीं लोकसभा स्पीकर के लिए कई नामों की चर्चा चल रही है।
ओम बिरला के साथ इन नामों पर भी चर्चा
इस समय लोकसभा स्पीकर की रेस में ओम बिरला का नाम सबसे आगे चल रहा है। राजस्थान के कोटा से सांसद ओम बिरला 17वीं लोकसभा में भी स्पीकर थे। सूत्रों के मुताबकि बीजेपी जिन नामों पर माथा-पच्ची कर रही है उनमें ओम बिरला के साथ-साथ आंध्र प्रदेश भाजपा की अध्यक्ष डी पुरंदेश्वरी, बीजेपी के सीनियर नेता राधामोहन सिंह और भर्तृहरि महताब के नाम की भी चर्चा है। भर्तृहरि महताब अभी प्रोटेम स्पीकर हैं।
लोकसभा स्पीकर के पद को लेकर बीजेपी आत्मविश्वास से भरी हुई है। बीजेपी को सहयोगी दलों का साथ मिल चुका है। 18 जून को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर एनडीए के सहयोगी दलों के नेताओं की अहम बैठक हुई थी। माना जा रहा है कि इस बैठक में लोकसभा स्पीकर पद के लिए सहमति बनी थी। लोकसभा स्पीकर पद के लिए जेडीयू और टीडीपी भी अपना रुख साफ कर चुके हैं।
विपक्ष क्या बना रहा रणनीति?
बता दें कि स्पीकर के चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आम सहमति को लेकर अपना इरादा जाहिर कर चुके हैं, लेकिन पहले दिन लोकसभा के अंदर जिस तरह से प्रोटेम स्पीकर का विरोध हुआ है। उसे देखकर साफ है कि विपक्ष क्या इरादे लेकर रणनीति बना रहा है?
क्या इस बार बनाया जाएगा डिप्टी स्पीकर?
साल 2014 में बीजेपी ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाते हुए सुमित्रा महाजन को लोकसभा स्पीकर बनाया था। उस वक्त एआईएडीएमके के एम. थंबीदुरई को डिप्टी स्पीकर का पद दिया गया। 2019 में 17वीं लोकसभा के अध्यक्ष बीजेपी के ओम बिरला बने लेकिन लोकसभा में उपाध्यक्ष का चुनाव नहीं हुआ। पूरे कार्यकाल तक यह पद खाली रहा। अब आज स्पीकर के नाम का खुलासा होने के साथ-साथ डिप्टी स्पीकर पर भी रणनीति सामने आ सकती है।