अंबिकापुर: कलेक्टर कुन्दन कुमार ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जिले की सड़कों की मरम्मत व पैच रिपेयरिंग कार्य की समीक्षा करते हुए लोक निर्माण विभाग एवं नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि तेजी से मरम्मत के साथ ही सड़कां की गुणवत्ता कायम रहना चाहिए। कहीं भी गुणवत्ता के सम्बंध में शिकायत मिलने पर सम्बंधित अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई होगी ।
कलेक्टर ने कहा कि सड़क निर्माण से संबंधित विभागों के एसडीओ व उप यंत्री मुख्यालयों में ही रहे और कार्यों की गुणवत्ता का लगातार मॉनिटरिंग करें। ठेकेदारों को सचेत करें कि गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने धान खरीदी की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रत्येक उपार्जन केंद्र में पानी, बिजली, शौचालय, किसानों के लिए मनोरंजन के साधन, हमाल, बारदाना, उचित स्टैकिंग होनी चाहिए। एसडीएम व सम्बंधित उपार्जन केंद्र के नोडल अधिकारी को इन सब व्यवस्थाओं का पालन कराना होगा। उपार्जन केंद्र से सम्बंधित कोई भी समस्या के लिए नोडल अधिकारी जिम्मेदार होंगे। समिति में किसी प्रकार की अनियमितता होने पर नोडल अधिकारी संबंधित को नोटिस भी जारी कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि समिति प्रभारी व कम्प्यूटर ऑपरेटर में भय हो कि उन पर निगरानी हो रही है। 1 दिसंबर से धान खरीदी में तेजी आएगी। टोकन जारी करने में लघु व सीमांत किसानों को प्राथमिकता दें तथा एक बार में ही उनसे धान खरीदी हो जाए। उन्होंने कहा कि समितियों के पास हमाली व अन्य प्रासंगिक व्यय के लिए राशि रहता है। हमाली अनुबंध की जानकारी से संबंधित फ्लेक्स हर समिति में लगवाएं। उन्होंने कहा कि धान खरीदी में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नोडल अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा।
कलेक्टर ने स्कूली बच्चों के जाति व निवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए लगाए जा रहे शिविर की समीक्षा करते हुए कहा कि पहली बार जिले में पहली से पांचवी कक्षा तक के पात्र विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र बनाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि कोई भी पात्र स्कूली बच्चा जाति प्रमाण पत्र जैसे मूल अधिकार से वंचित न रहे। बताया गया कि अब तक 32 हजार 348 बच्चों का जाति प्रमाण पत्र तथा 21 हजार निवास प्रमाण पत्र ऑनलाइन बनाने के लिए कंप्यूटर में अपलोड हो गया है।
कलेक्टर ने गर्भवती, शिशुवती व आंगनबाड़ी के एनिमिक बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से सुपोषण तुंहर द्वार कार्यक्रम की 1 दिसंबर से लखनपुर विकासखण्ड से प्रारम्भ करने कहा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिये कुपोषित व्यक्ति के परिवार के सदस्यों में व्यवहार परिवर्तन कर कुपोषण दूर करने में सहयोग ली जाएगी। जिले में करीब 4000 लक्षित एनिमिक व्यक्ति है जिन पर इस कार्यक्रम के द्वारा फोकस किया जाएगा ताकि अगले 6 माह में इनमें एनीमिया को दूर करना है।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप, नगर निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगई, वनमंडलाधिकारी पंकज कमल, अपर कलेक्टर एएल ध्रुव सहित सडीएम, तहसीलदार व विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।