रायपुर: संयुक्त राष्ट्र संघ की संस्था विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्थापना दिवस पर 7 अप्रैल को पूरी दुनिया में विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना 7 अप्रैल 1948 को की गई थी। वर्ष 1950 में 7 अप्रैल को पहली बार विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया गया था। तब से हर साल दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच के महत्व को रेखांकित करने यह दिवस मनाया जाता है।
छत्तीसगढ़ में भी यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज और स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए बुनियादी अधोसंरचना को मजबूत करने के साथ ही मानव संसाधन को तेजी से बढ़ाया जा रहा है। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोगों को उनके घर के नजदीक ही निःशुल्क या सस्ती चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के दायरे में प्रदेश के करीब 68 लाख परिवारों को लाया गया है। इसके तहत शासकीय और अनुबंधित निजी अस्पतालों में बीपीएल के लगभग 58 लाख परिवारों को सालाना पांच लाख रूपए तक एवं दस लाख से अधिक एपीएल परिवारों को 50 हजार रूपए तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा दी जा रही है।
मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत जटिल एवं गंभीर रोगों के इलाज के लिए 20 लाख रूपए तक की आर्थिक सहायता भी जरूरतमंद मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही है। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के माध्यम से गांवों और दूरस्थ अंचलों में जांच व उपचार के साथ ही मरीजों को निःशुल्क दवाईयां भी प्रदान की जा रही हैं। शहरी क्षेत्रों में मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना, दाई-दीदी क्लिनिकों और जन औषधि केंद्रों के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया गया है। हर इंसान का स्वास्थ्य अच्छा हो और बीमार होने पर हर व्यक्ति को अच्छी चिकित्सा की अच्छी सुविधा मिल सके, इसके लिए लगातार पहल की जा रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन हर साल विश्व स्वास्थ्य दिवस के लिए एक नई थीम जारी करता है। इस बार का विश्व स्वास्थ्य दिवस ‘हमारा ग्रह हमारा स्वास्थ्य की थीम पर मनाया जा रहा है। हमारे ग्रह और उस पर रहने वाले मनुष्यों की अच्छी सेहत के प्रति पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित करना इस थीम का मकसद है। संपूर्ण विश्व इस समय कोरोना वायरस के संक्रमण, जलवायु संकट, ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण और कई खतरनाक बीमारियों से जूझ रहा है। ऐसे में अपनी और अपने ग्रह की सेहत के प्रति जागरूक होना बहुत जरूरी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से पूर्ण स्वस्थ होना ही मानव स्वास्थ्य की परिभाषा है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य वैश्विषक स्तकर पर सेहत के प्रति जागरूकता फैलाना और सभी के लिए स्वास्थ सेवाएं मुहैया कराना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का लक्ष्यह एक ऐसी दुनिया का निर्माण है जहां स्वा स्य्थ् सेवाओं तक सभी की पहुंच हो, इलाज के लिए किसी को कर्ज न लेना पड़े और न ही इसके लिए जीवन की किसी और अन्य जरूरत से समझौता करना पड़े। वर्तमान में दुनिया को बुरी तरह से प्रभावित करने वाले कोविड-19 के साथ ही पोलियो, टीबी, एड्स, कुष्ठ रोग, उच्च रक्तचाप, नेत्रहीनता, दिल की बीमारी, मलेरिया जैसी बीमारियों की रोकथाम, इनके इलाज की समुचित व्यवस्था और इनके बारे में जन-जागरूकता फैलाना भी विश्व स्वास्थ्य संगठन और विश्व स्वास्थ्य दिवस के प्रमुख उद्देश्यों में शामिल हैं। सेहत से जुड़े मुद्दों और समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के नेतृत्वह में हर साल दुनिया भर में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।