नई दिल्ली: पर्यटन के प्रति छात्रों में रुझान बढ़ाने के लिए अब स्कूलों में एक युवा पर्यटन क्लब स्थापित होगा। इसकी शुरूआत केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्ध सभी स्कूलों से होगी। जहां पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों पर चर्चा, एक भारत और श्रेष्ठ भारत ( ईबीएसबी ) कार्यक्रम के तहत पर्यटन स्थलों का भ्रमण, एक-दूसरे राज्यों की भाषाओं को सीखना, उसमें ही पत्र लिखना व स्थानीय पर्यटन के विकास के लिए जरूरी सुझाव देने आदि का काम करेगा। इस क्लब का संचालन छात्र ही करेंगे। पर्यटन मंत्रालय ने सीबीएसई के साथ ही मिलकर इस पूरी योजना को अंतिम रूप दिया है।
साथ ही इसे लेकर स्कूलों के लिए विस्तृत गाइडलाइन भी जारी की है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने देश में पर्यटन के विकास के लिए युवा पर्यटन क्लब के गठन के इस कदम को काफी अहम बताया है। साथ ही कहा है कि इस पूरी पहल से देश में पर्यटन के नए दूत तैयार होंगे, जो न सिर्फ पर्यटन के विकास में योगदान देंगे बल्कि पर्यटन में सुधार के लिए अहम सुझाव भी देंगे। गाइडलाइन के तहत इस क्लब का प्रबंधन स्कूलों के जिम्मे होगा, जो स्कूल के किसी एक शिक्षक की देखरेख में काम करेगा। इस क्लब के कम से कम 25 छात्र सदस्य होंगे। साथ ही इस क्लब की महीने में कम से कम एक बैठक भी अनिवार्य होगी।
युवा पर्यटन क्लब छात्रों को यात्रा एवं पर्यटन के महत्व को समझने, पर्यटन के प्रति जुनून एवं इसके मूल्य को आंकने व पर्यटन से जुड़ी अहम गतिविधियों के प्रति प्रोत्साहित करने का काम करेगा। इसके साथ ही छात्रों को पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों के बारे में सीखने, उसका प्रचार करने, पर्यटन से जुड़े साहसिक खेलों के प्रति छात्रों के रुझान को बढ़ाने, शुरुआती चरण में पर्यटन के अवसरों के बारे में जागरुकता फैलाने व छात्रों को आतिथ्य व पर्यटन के क्षेत्र में कुशल पेशेवर एवं उद्यमी बनाने के लिए प्रोत्साहित भी करेगा।