सूरजपुर: कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर आज जिला पंचायत सीईओ राहुल देव एवं प्रशिक्षु आईपीएस संदीप कुमार पटेल ने मुख्यालय के तिलसिवां, तक्षशिला घरौंदा में चल विभिन्न गतिविधियों का मुआयना किया।
ग्राम तिलसिंवा में निर्माणाधीन वृद्धाश्रम का किया मुआयना
जिला पंचायत सीईओ एवं प्रशिक्षु आईपीएस ने सर्वप्रथम ग्राम तिलसिंवा में निर्माणाधीन वृद्धाश्रम का मुआयना किया। उन्होंने वृद्धाश्रम के कार्य को तीव्र गति से पूर्ण करने तथा समय सीमा में आश्रम का बुजुर्गों के लिए प्रारम्भ करने के निर्देश संबंधित कर्मचारी को दिये, साथ उन्होंने बुजुर्गों के तैयार हो रहे विभिन्न कक्षों का निरीक्षण किया। उन्होंने कक्षों को नाम देने के साथ ही कक्षों के खिड़कियों में मच्छर जाली, दीवारों में धार्मिक स्थलों के चित्र, स्लोगन, अच्छे फोटोग्राफ्स्, रिक्रिऐशन कक्ष में मनोरंजन के साधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कक्षों में शयन के लिए बेड व्यवस्थित करने के साथ ही प्रत्येक कक्ष अलग थीम में तैयार करने के निर्देशित किया।
तक्षशिला मेधा परिसर लाइब्रेरी पूर्णतः हो डिजीटल
जिला ग्रंथालय तक्षशिला मेधा परिसर का मुआयना करते हुए जिला सीईओ ने गंरथालय प्रभारी को ग्रंथालय के सेंटर हॉल में मैग्जीन स्टैण्ड के मैग्जीन एवं समाचार पत्र रखने के निर्देशित किया। उन्होंने लाईब्रेरी में आने वाले पाठकों की सुविधा के लिए पूर्णरूप से डिजीटल करने कहा जिससे पाठक कम्प्यूटर की मदद से अपने पंसद की किताबें खुद सर्च कर सके। उन्होंने आईएएस, आईपीएस सीजीपीएससी, व्यापम परीक्षा तथा अन्य कई प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए पुस्तक उपलब्ध कराने के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने ग्रंथालय प्रभारी को जल्द से जल्द ग्रंथालय की सदस्यता की संख्या बढ़ाने के लिए भी निर्देशित किया है।
घरौंदा आश्रय गृह मानसिक एवं बहु दिव्यांग केन्द्र की देखी सुविधाएं
जिपं सीईओ ने आज मुख्यालय के मिश्रा गली में संचालित हो रहे घरौंदा आश्रय गृह, मानसिक एवं बहु दिव्यांग केन्द्र की सुविधाओं जायजा लिया। उन्होंने घरौंदा गृह में रूककर अपना इलाज करा रहे लोगों से बातचीत कर उनका हालचाल जाना एवं उनकी दिनचर्या के बारे में पूछा। उन्होंने अनामिका वेलफेयर सोसायटी की अध्यक्ष रीता अग्रवाल को इस केन्द्र का अच्छे तरीके से क्रियान्वयन करने निर्देशित किया साथ ही उन्होंने कहा हमें जिले में ऐसे तरीके अपने चाहिए जिससे मानसिक रोगियों की पहचान और उनका समय से उपचार किया जा सके। साथ ही यह भी बताया कि मानसिक रोगियों का उपचार सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में निःशुल्क उपलब्ध होता है और रोगियों का नाम भी गुप्त रखा जाता है। मानसिक रोगियों के लक्षण जैसे जीवन से उब जाना, मायूस रहना, भूख न लगना, नींद न आना या ज्यादा आना इत्यादि होते हैं। ऐसे में अगर व्यक्ति की समय से उपचार हो जाये तो मानसिक रोगी सामान्य हो सकते हैं। अगर हमारा समाज जागरूक हो जाये तो आत्महत्या जैसी घटनाएं कम हो सकती है।